समाज में स्त्रियों की स्थिति अच्छी थी। इस समय समाज में ‘विधवा विवाह’, ‘नियोग प्रथा’ तथा ‘पुनर्विवाह’ का प्रचलन था लेकिन ‘पर्दा प्रथा’, ‘बाल-विवाह’ तथा ‘सती-प्रथा’ प्रचलित नहीं थी। ऋग्वेद में उल्लिखित सभी नदियों में सरस्वती सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण तथा पवित्र मानी जाती थी। कंटेंट राइटर की कुछ महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियों https://paise-kaise-kamaye56756.get-blogging.com/37174537/fascination-about-daily-100-rupees-earning-app-without-investment