॥ ॐ सः सः सम्मोहनाय ह्रीं ह्रीं ऊं फट स्वाहाः॥ ॐ मोहिनी मोहिनी कहाँ चली, हरखु राई कां मचली खाने की कुछ चीजे चाहे वो पान हो, इलायची हो या फिर लौंग इनमे आकर्षण का काम कर साध्य को दिया जाता था जिसके प्रभाव से धीरे धीरे सामने वाला दिमाग https://maps.app.goo.gl/7R8QDfUdiadsP3BH7