“शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मोहब्बत नहीं है। मियाँ ये आशिक़ी इज़्ज़त बिगाड़ देती है…” Urdu language is crammed with https://youtu.be/Lug0ffByUck